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वृंदावन का इतिहास , मंदिर , रहस्य , तीर्थस्थल – Vrindavan History in Hindi

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Vrindavan Temple , History and Facts in Hindi

हमारे भारत में बहुत से देवी देवताओ को पूजा जाता है, साथ ही इनके जगह जगह तीर्थस्थल बने हुए है जहाँ श्रद्धालू मन में अटूट विश्वास लेकर भगवन के दर्शन करने जाते है और अपने दुःख और कष्टों के निवारण के लिए मनोकामना करते है | पुरे भारत में ऐसे ही कई प्राचीन और पौराणिक मंदिर और धाम स्थित है जिसमे एक है “वृंदावन”

वृंदावन, जो भगवान कृष्ण की लीला और उनके जन्म स्थान को लेकर प्रसिद्ध है , इसलिए आज हम आपको इस लेख में वृंदावन की कुछ रोचक तथ्यों और ऐतिहासिक बातो के बारे बताएँगे !

Vrindavan

कहाँ पर स्थित है वृंदावन धाम

जैसे की हम सब जानते हैं की वृंदावन को श्री कृष्ण भगवान की जन्म भूमि के नाम से जाना जाता हैं, कहा जाता हैं की श्री कृष्ण भगवान ने अपने जन्म से उस धाम को एक पवित्र स्थान बना दिया था, जिसकी आज काफी मान्यता हैं जो हिंदू लोगो को जोड़कर रखे हुए हैं। यह धाम उत्तर प्रदेश के जिले मथुरा से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह धाम राधा रानी और कृष्ण भगवान की पूजा में समर्पित हैं। इस धाम को विधवाओं के शहर रूप में भी जाना जाता है। जहाँ कई संख्या में विधवा औरते रहती हैं और कई विधवा आश्रम स्थित हैं।

अपको बता दे, की इस धाम में कृष्ण जी और राधा रानी अपनी रासलीला किया करते थे। और आज के समय में यह भी माना जाता हैं की रात के समय में राधारानी और कृष्ण जी रासलीला करते हैं। जिसकी वजह से यहाँ रात को जाना वर्जित हैं। ऐसा कहा जाता हैं। की अगर कोई भी मनुष्य रात के समय छुप कर कृष्ण जी और राधा रानी की रासलीला देखता हैं तो उसके साथ कुछ दुर्घटना होती हैं जिसकी वजह से यहां पर शाम 5 बजे के बाद खिड़की दरवाजे बंद कर दिए जाते है। और मंदिर में प्रवेश करना वर्जित हो जाता है ।

इस धाम में देश विदेश से हर साल लाखो की संख्या में लोगो घूमने आते हैं। और यहाँ स्थित मंदिरों के दर्शन करते हैं। तो आइए जानते है यहाँ स्थित मंदिरों के बारे में।

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1. बाके बिहारी मंदिर

बाके बिहारी नाम भी श्री कृष्ण जी को समर्पित हैं। कहा जाता हैं की जब हम वृंदावन घूमने जाते हैं तो यहाँ स्थित मंदिर के दर्शन करने से ही यात्रा पूर्ण होती है। तो ऐसे में सबसे पहला मंदिर बाके बिहारी मंदिर जो राजस्थानी शैली पर बना हुआ है। ऐसा माना जाता है की बाके बिहारी मंदिर में श्री कृष्ण भगवान जी की छवि बच्चे के रूप दिखाई देती है।

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2. प्रेम मंदिर वृंदावन धाम

श्री कृष्ण जी प्रेम के लिए काफी प्रसिद्ध थे। उन्हे हर जीव जंतु से प्रेम करना पसंद था। और साथ ही साथ उनका प्रेमिका राधा रानी जिनकी कहानी आज भी सुनी जाती हैं। इस मंदिर को राधा रानी वे कृष्ण भगवान जी और राम भगवान जी वे सीता मैया के प्रेम को समर्पित है। इस मंदिर की सुंदरता प्रेम को समर्पित हैं। इसी रोचक सुंदरता से वृंदावन जाने वाले लोगो को इस मंदिर के भी दर्शन जरूर करने जाते है !

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3. इस्कॉन मंदिर

इस्कॉन (ISCON) मंदिर जिसकी मान्यता आज देश ही नहीं विदेश में भी प्रचलित हैं। जिसके दर्शन के लिए लाखो की संख्या में लोग दर्शन करने आते है। जो प्रभुपाद की भक्ति भाव से बनाया गया था। जहाँ लोगो को उनके जीवन जीने की सीख दी जाती हैं। तो इस मंदिर के दर्शन भी जरूर करने चाहिए।

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4. श्री राधा रमण मंदिर

राधा रानी जो कृष्ण जी को काफी प्रिय थी। जिनकी प्रेम कहानी काफी प्रचलित हैं। एक ऐसा ही मंदिर है जो गोपाल भट गोस्वामी द्वारा 1952 में नवीकरण किया गया था। लेकिन रोचक की बात यह हैं की इस मंदिर में राधा रानी की मूर्ति की जगह कृष्ण जी का मुकुट स्थापित है जो राधा रानी को दर्शाता है।

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5.गोपेश्वर महादेव मंदिर

महादेव, जैसे की हम सब जानते है यह नाम शिव जी को समर्पित हैं। इसी तरह इस मंदिर के नाम से यह मंदिर शिव जी को ही समर्पित है जिसमे शिव जी की मूर्ति और उन्हे एक गोपी के रूप में दर्शाया गया हैं। और आने वाले भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ा कर अपनी मनोकामना पूर्ण करते हैं।

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6. श्री रघुनाथ मंदिर

जैसे की आप सब जानते हैं की भगवान कृष्ण जी काफी मोहित और प्रभावित थे। जिसके वजह से उनकी कई गोपियां और पत्नियां भी थी। और भगवान कृष्ण जी ने कई रूप में आकर इस पृथ्वी का उद्धार किया था। तो ऐसे में यह मंदिर भगवान विष्णु और उनकी पत्नी लक्ष्मी जी को समर्पित है। यह मंदिर वृंदावन के सभी मंदिर में से सबसे बड़ा मंदिर है।

इन्ही मंदिरों के साथ वृंदावन में सजे और भी बहुत से खूबसूरत स्थान हैं। जो वृंदावन को और भी प्रभावित करते हैं।

वृंदावन धाम में घूमने का समय

वृंदावन धाम में लोग काफी संख्या में राधारानी और कृष्ण जी के दर्शन करने और उनकी परिक्रमा करने आते है। तो ऐसा कोई खास समय नहीं है की सिर्फ उसी समय पर ही वृंदावन में घूमा जा सकता है वृंदावन धाम में जनवरी से मार्च और सितंबर से नवंबर के महीने में घूमने जा सकते हैं। इन महीनो में गर्मी कम होने के कारण आप लोग आराम से मंदिर धामों के दर्शन कर सकते है। और इन मौसम में वृंदावन की खूबसूरती और भी निखर के बाहर आती है।

कैसे जाए वृंदावन धाम

वृंदावन धाम में जाने का रास्ता या तो ट्रेन से है या फिर हवाईजहाज से है लेकिन सीधा रास्ता वृंदावन तक पहुंचने का कोई भी नही है। अगर आप हवाईजहाज का रास्ता चुनते है तो आगरा में स्थित हवाई अड्डा पे पहुंच कर अपको वृंदावन के लिए बस या टैक्सी ले कर वहा पहुंचना पड़ेगा। अगर आप लोग ट्रेन का विकल्प चुनते हैं तो आपको मथुरा के रेलवे स्टेशन पे उतर कर वहा से टैक्सी या ऑटो के माध्यम से वृंदावन धाम पहुंचना होगा।

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