Uncovering the Untold Story of Arijit Singh

आज हम आपको ऐसे टैलेंटेड प्लेबैक सिंगर के बारे में बताएंगे। जिन्होंने अपनी सिंगिंग के जरिए देश के लोगो के साथ–साथ विदेश के लोगो के दिल में भी जगह बनाई है । गाने सुनना हर किसी को पसंद हैं। अगर वही गाने प्लेबैक सिंगर अरीजीत सिंह (Arijit Singh) के हो तो वो सुनने में और भी मजा आता है। अरीजीत सिंह जिनके गाने कौन नही सुनना चाहता, आज यह प्लेबैक सिंगर लिस्ट में से सबसे ऊपर आता हैं। जिनका नाम आज देश के साथ विदेश में भी प्रसिद्ध हैं।
जीवन परिचय (Arijit Singh)
अरीजीत सिंह (Arijit Singh) की सफलता भी आसान नहीं थी उन्हे इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बहुत से संघर्षों का सामना करना पड़ा। अरीजीत सिंह का जन्म 25 अप्रैल 1987 में जियागंज, मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल (Jiyanganj , Murshidabad, Paschim Bengal) में एक पंजाबी (Punjabi) परिवार में हुआ। इनके पिता सिख थे जो पेशे से एलआईसी (LIC) एजेंट थे इनकी माता अदिति सिंह (Aditi Singh) जो एक गृहणी थी। इनकी एक बहन भी है। इनकी माता की 19 मई 2021 में बीमारी के कारण मृत्यु हो गई। जो अरिजित सिंह के लिए बेहद दुखद समाचार था।
आपको बता दे की, वर्तमान में अरीजीत सिंह शादी शुदा है। लेकिन यह शादी उनकी दूसरी शादी है। किसी मतभेद के कारण उनकी पहली शादी ज्यादा समय तक नहीं चल पाई। जिसके बाद उन्होंने अपनी दूसरी शादी अपनी बचपन की दोस्त “कोयल रॉय ” (Koel Roy) से की । अरीजीत सिंह के साथ कोयल रॉय की भीं यह दूसरी शादी थी। इनके 3 बच्चे हैं। 2 लड़के और एक लड़की। लड़की कोयल रॉय की पहली शादी की संतान है।
पूर्ण की अपनी पढ़ाई
अरीजीत सिंह (Arijit Singh) का बचपन अपने घर में संगीत माहौल में ही बीता है। जिस कारण उनका मन पढ़ाई में तो था। लेकिन पढ़ाई से ज्यादा वो संगीत में रुचि रखते थे। जिसका नतीजा आज उनका कैरियर संगीत में ही उभर के आया हैं। अरीजीत सिंह ने अपनी स्कूली शिक्षा राजा विजय हाई स्कूल (Raja Vijay High School) से पूर्ण की। और अपनी आगे की पढ़ाई उन्होंने श्रीपत कॉलेज मुर्शिदाबाद (Shripat College Murshidabad) से अपनी स्नातक पूरी कर पूर्ण की। जैसे की हमने आपको बताया की अरीजीत बचपन से ही संगीत में रुचि रखने वाले बच्चे थे जिसको देखने के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई अपनी संगीत में की। जहाँ उनके माता पिता ने उन्हे “प्रोफेशनल ट्रेनिंग” दिलानी शुरू कर दी थी।

घर का माहौल रखता था संगीत में काफी रुचि
अरीजीत सिंह (Arijit Singh) का पूरा ननिहाल परिवार संगीत में रुचि रखने वाला था। उनकी नानी शुरू से ही शास्त्रीय संगीत में काफी अच्छी थी। उनकी माता और उनके मामा तबला बजाना बेहद अच्छे तरीके से जानते थे। उनकी मौसी भी संगीत में बेहद रुचि रखती और गाना गाया करती थीं जब घर का माहौल ही संगीत में रुचि रखने वाला था तो बच्चो को भी वही माहौल पसंद आना था। क्योंकि बच्चे अक्सर घर के माहौल को देख कर ही उसे फॉलो करते है। जिसके बाद अरीजीत सिंह ने भी छोटी उम्र में “पंडित राजेन्द्र प्रसाद” जी से शास्त्रीय संगीत का ज्ञान लिया। वही “धीरेंद्र प्रसाद हजारी” जी से उन्होंने तबले की शिक्षा ली। वही “ वीरेंद्र प्रसाद हजारी” से उन्होंने पॉपअप संगीत का ज्ञान लिया।
शुरुवात हुई अरिजित के कैरियर की
अपनी प्रोफेशनल ट्रेनिंग पूर्ण कर अरीजीत अब अपने जीवन के सफर पर निकल पड़े। जहा वे अपने घर पश्चिम बंगाल से सीधा मुंबई की और रवाना हुए। क्योंकि अब उन्हें जिस मुकाम को हासिल करना था , वो सिर्फ मुंबई में ही हो सकता था। जिसके लिए उन्होंने अपनी शुरुवाती सफर के लिए एक ऐसा प्लेटफार्म ढूंढना चाहा । जहाँ लोग उनकी आवाज को पहचाने और उन्हे अपनी मंजिल हासिल हो। वो दिन आया जब अरीजीत सिंह ने सन् 2005 में एक सिंगिंग रियलिटी शो में हिस्सा लिया। इस रियलिटी शो में ऑडिशन काफी लंबे चलते थे। जिस कारण हर ऑडिशन को क्रैक कर आगे बड़ना होता था।
रियलिटी शो के जज शंकर महादेवन थे। अरीजीत सिंह इस रियलिटी शो में टॉप फाइव में आने से पहले ही बाहर हो गए। जिसका दुख उन्हे बहुत था। लेकिन उन्होंने हार ना मानते हुए आगे बड़ने का सोचा । लेकिन आपको बता दे, की इस शो के जज शंकर महादेवन अरीजीत की आवाज से काफी प्रभावित हो गए थे। जिसके चलते उन्होंने आगे भविष्य में इन्हें अपने साथ काम करने का वादा किया था। वो वादा भी शंकर महादेवन ने बहखूबी निभाया और अपने साथ अरीजीत को कम करने का मौका दिया।
सफलता का चलता रहा सफर
जैसे की हमने आपको बताया की अरीजीत सिंह (Arijit Singh) रियलिटी शो से बाहर हो जाने के बाद भी उन्होंने हार नही मानी। क्योंकि उनको पता था जिस मंजिल की वो तलाश में है वो मिलना आसान नहीं हैं। जिसके बाद उन्होंने अपने आगे का सफर फिर से एक रियलिटी सिंगिंग शो में हिस्सा ले कर किया। जिसका नाम (“10 के 10 ले गए दिल”) शो में अपनी आवाज का जलवा बिखेरा और उस रियलिटी शो को अपने नाम किया। जिसके बाद उनकी आवाज काफी पॉपुलर होने लगी। उन्हे कई जगह से काम के ऑफर आने लगे। लेकिन अरीजीत सिंह का कहना था की, उन्हे और भी ऊंची सफलता हासिल करनी है

म्यूजिक इंडस्ट्री में रखा अपना कदम (Arijit Singh)
रियलिटी शो के बाद अरीजीत सिंह को सफलता तो मिली। लेकिन इतनी पॉपुलैरिटी नही। जिसके बाद उन्होंने म्यूजिक इंडस्ट्री में अपना पैर ज़माना चाहा । लेकिन, म्यूजिक इंडस्ट्री में अपना पैर जमाने के लिए इंसान को कड़ी मेहनत करनी पड़ती। इन्होने जब इंडस्ट्री में देखा की अच्छे सिंगर्स के पास भी काम की बेहद कमी हैं, जिसके चलते इन्होने प्लेबैक सिंगर को छोड़ म्यूजिक प्रोड्यूसर का काम शुरू किया। जिसमे उन्होंने कई म्यूजिक प्रोड्यूसर के साथ म्यूजिक प्रोग्रामिंग के तौर पर काम किया। जिसके बाद उन्हें म्यूजिक में काफी चीजे सीखने को मिली। जो आगे चल उनके लिए काफी लाभदायक साबित हुई ।
सफलता ने चूमे क़दम (Arijit Singh)
कहते हैं ना मेहनत करने वालो की कभी हार नही होती। यह अवश्य है की हर मेहनत से किया हुए काम का फल मिलता जरूर हैं चाहे वे आज मिले या फिर आने वाले समय में मिले। ऐसे ही अरीजीत सिंह ने अपनी कामयाबी के लिए बहुत मशकत्त की थी । जब वह प्रोड्यूसर थे तब म्यूजिक डायरेक्टर प्रीतम को 16 फिल्मों का गाना बनाना था जिसमे उन्होंने खूब मेहनत की ।
उसी मेहनत को देख प्रीतम जी ने अपने फिल्मों के गाने अरीजीत से गवाने चाहे। जिसके बाद उन गानों को जब एक–एक करके रिलीज किया गया। तो वह गाने काफी पॉपुलर होने लगे। जिसके बाद अरीजीत की आवाज को लोग सुनना बेहद पसंद करने लगे। इसी गानों के दौरान कई तरह के म्यूजिक डायरेक्टर अरीजीत को कंपोज करने लगे। जिसके बाद धीरे–धीरे अरीजीत सिंह अपनी कामयाबी की ऊंचाई को छूने लगे।
अरीजीत सिंह (Arijit Singh) एक अच्छे सिंगर बनने में तो कामयाब हुए ही। साथ वह एक अच्छे दिल के भी इंसान है। जो समाज सेवा कर लोगो की सहायता करते हैं। अरीजीत सिंह एक NGO चलाते है। जिनका कार्य बीपीएल (BPL) लोगो के लिए किया जाता हैं।
नवाजा गया कई पुरस्कारों से
अरीजीत की (Arijit Singh) सफलता आज एक ऐसे शिखर तक पहुंच चुकी है। जो एक इंसान के लिए कम समय में पाना बेहद मुश्किल हैं। लेकिन आज अरीजीत सिंह ने अपनी काबिलियत और अपने जुनून से आज खुद को देश ही नही विदेश में भी अपनी जगह बना ली हैं। इसी के चलते इन्हे कई पुरस्कारों से नवाजा भी गया। इनका एक सॉन्ग जो लोगो के दिल को अभी भी पसंद आता है। जब इस सॉन्ग को रिलीज किया गया तो, इस सॉन्ग को लोगो ने इतना प्यार दिया की इन्हें सन् 2014 में “तुम ही हो” सॉन्ग “Aashqui 2” मूवी का इतना प्रसिद्ध हुआ की इन्हे बेस्ट प्लेबैक सिंगिंग का खिताब दिया गया। सन् 2016 में “रॉय” फिल्म का गाना “सूरज डूबा” है , सॉन्ग के लिए भी इन्हें बेस्ट प्लेबैक सिंगर का खिताब दिया गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि अब तक अरिजित को 60 अवार्ड में नॉमिनेट किया जा चुका हैं। जिसमे से उन्होंने 23 अवॉर्ड को अपने नाम हासिल किया।
साथ ही साथ इन्होने 2 बार फिल्मफेयर का अवार्ड, 1 बार आईफा अवार्ड, गिल्ड अवार्ड, जी सिने अवार्ड और यूथ आईकान म्यूजिक अवार्ड्स को भी अपने नाम किया है !