Avadh Ojha Sir Biography
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Avadh Ojha Sir – अवध ओझा सर का जीवन परिचय

कोरोना काल के बाद ज्यादातर ऑफलाइन चीज़ों को ऑनलाइन में तब्दील किया गया। जिसके बाद हर कोई घर बैठे–बैठे अपने काम को काफी अच्छी तरह पूरा करने लगा । और हमने देखा की बच्चो की शिक्षा को भी ऑनलाइन किया गया। जिसमे बच्चे घर बैठे ही डिजिटली अपनी क्लासेज को ले सकते हैं। देखा जाए तो आज का ज़माना पूरा डिजिटल हो चुका हैं और इसी डिजिटल जमाने में एक ऐसे सर जो बच्चो को ऑफलाइन शिक्षा देने के साथ साथ ऑनलाइन क्लासेज भी देते हैं। जिन्हे हर बच्चा बच्चा यूपीएससी (UPSC) व आईएएस(IAS) परीक्षा के लिए जानता हैं। जो आज बच्चो के लिए बेहद लोकप्रिय शिक्षक बन के उभरे हैं।
आइए जानते है इनके बारे में (Avadh Ojha sir)
आज हम जिस शिक्षक की बात कर रहे है उनको आज बच्चे ओझा सर (Ojha Sir) के नाम से जानते है। लेकिन इनका असली नाम अवध प्रताप ओझा (Avadh Pratap Ojha) है जो आज काफी लोकप्रिय शिक्षक (Educator) व मोटिवेटर (Motivator) है। जिनका जन्म 13 जुलाई 1984 में उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) के गोंडा (Gonda) में हुआ था। इनके पिता श्रीमाता प्रसाद ओझा (Shrimata Prasad Ojha), जो पेशे से पोस्टमैन हैं, आपको बता दे की हमे यह भी जानकारी मिली है की श्रीमता प्रसाद के पास 10 एकड़ जमीन थी जिसमे उन्होंने 5 एकड़ जमीन बेच कर अपनी पत्नी की पढ़ाई पर लगाया यानी ओझा सर की माता जो आज पेशे से एक वकील है। ओझा सर के दोनो माता पिता सरकारी पद पर अपनी नौकरी निभा रहे है।
वर्तमान की बात करे तो ओझा सर (Avadh Ojha sir) शादी शुदा है इनकी शादी 1 मई 2007 में हुई थी वे इनकी पत्नी का नाम मंजरी ओझा (Manjari ojha ) है। और इनकी 3 बेटियां हैं जो ओझा सर की बेहद लाडली है।
मैगजीन की वजह से आईएएस बनने का देखा सपना, UPSC टॉप कर बनी IAS
Avadh Ojha sir चाहते थे कुछ अलग करना
ओझा सर (Avadh Ojha sir) जो पढ़ाई में एक एवरेज स्टूडेंट थे लेकिन वह अपनी क्लास में बेहद शरारती बच्चे रहे हैं जिन्होंने अपने स्कूल की पढ़ाई फातिमा स्कूल, गोंडा उत्तर प्रदेश से पूरी की। आपको बता दे, की ओझा सर ने स्नातक की डिग्री प्राप्त कर रखी है । ओझा सर अपनी आगे की पढ़ाई के लिए इलाहाबाद (Illahabad) चले गए।
लेकिन उनके माता पिता का मानना था की ओझा सर मेडिकल में अपने आगे की पढ़ाई को पूरा करे, लेकिन मेडिकल में कोई रुचि न होने के कारण वह अपने सपने की और चल दिए। उन्हे आईएएस (IAS) के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। उन्होंने अपने दोस्तो को देख सिविल सर्विस परीक्षा की पढ़ाई शुरू की। लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी उतार चढ़ाव भी देखे काफी मेहनत और लगन के बाद भी ओझा सर सिविल सर्विस की परीक्षा को क्रैक नही कर पाए।
अपना सपना पूरा नहीं हो पाया तो लोगो के सपनो को दिखाई राह (Educator Avadh Ojha Sir)
ओझा सर (Avadh Ojha sir) जो चाहते थे की वो आईएएस के पद को हासिल कर एक अच्छी नौकरी करे। लेकिन उनकी मेहनत तो पूरी थी पर उनकी किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। ऐसा समझे की यहा से शुरुवात हुई थी ओझा सर की जो आज काफी प्रसिद्धि बटोर रहे है। जब ओझा सर के लिए सारे रास्ते बंद हो गए तो,
उनके पास उनके मित्र का फोन आया की हमारे यहाँ से एक शिक्षक कोचिंग छोड़ के चला गया। तो क्या आप आकर उसे ज्वाइन करेंगे। जिसके बाद ओझा सर ने कोचिंग सेंटर को ज्वाइन किया और बच्चो को पढ़ाना शुरू किया। शुरुवाती दिनों में उन्हे सही से बच्चो को पढ़ाना नहीं आया । लेकिन धीरे–धीरे बच्चे उनके पढ़ाए तरीके को काफी पसंद करने लगे।

शुरुवात की अपने कोचिंग सेंटर की
ओझा सर (Avadh Ojha sir) को बच्चो से बेहद प्यार मिलने लगा। जिसके चलते उन्होंने अपना कोचिंग सेंटर की शुरुवात करने की सोची और 2005 में उन्होंने अपने यूपीएससी कोचिंग सेंटर का निर्माण किया।
लेकिन उस समय उनकी आर्थिक स्थिति भी थोड़ी बिगड़ चुकी थी। जहाँ उन्हे मकान और कोचिंग का किराया निकाला थोड़ा मुश्किल हो रहा था जिसके लिए उन्होंने रात के समय में बारटेंडर की जॉब की और सुबह अपने कोचिंग सेंटर पर बच्चो को पढ़ाया।
IQRA कोचिंग की शुरुवात
हर इंसान की कमायाबी उसके द्वारा की गई मेहनत पर निर्भर करती हैं। क्योकि जो इंसान ने कामयाबी को हासिल किया है तो उसके पीछे उसकी स्ट्रगल की कहानी अवश्य रहीं होगी। ऐसे ही ओझा सर ने भी अपनी जिंदगी में कही उतार–चढ़ाव देखे, लेकिन अंत में उनकी मेहनत और उनकी लगन से उन्होंने भी ऐसी कामयाबी को हासिल किया, जिसकी वजह से आज वह काफी प्रसिद्ध और लोकप्रिय शिक्षक है।
सन् 2019 में ओझा सर ने पुणे, (pune) महाराष्ट्र ( Maharastra ) में IQRA कोचिंग की शुरुवात की। जिसकी शुरुवात कम बच्चो से हुई। लेकिन जैसे–जैसे वक्त बदला धीरे–धीरे बच्चो की संख्या बड़ने लगी। क्योंकि ओझा सर जिस तरीके से बच्चो को पढ़ाते हैं और बच्चो को पढ़ने और अपने लक्ष को हासिल करने के लिए बड़वा देते है उसके चलते वह काफी लोकप्रिय शिक्षक बनने लगे।
यूट्यूब चैनल की हुई शुरुवात
जैसे हमने शुरू में पढ़ा था, की कोरोना महामारी जिसने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया था। जिसके बाद सब कुछ बंद हो गया था लेकिन धीरे – धीरे बच्चो की शिक्षा को ऑनलाइन किया गया। जिससे उनकी शिक्षा पे कोई प्रभाव न पड़े। ऐसे ही ओझा सर (Avadh Ojha sir) ने भी 2020 में ऑनलाइन यूट्यूब चैनल व लाइव क्लासेज शुरू की। जिसपे उन्होंने बच्चो को पढ़ाना शुरू किया। और उन्हे सिविल सर्विस परीक्षा के लिए कई तरह की टिप्स वाली वीडियो भी बनाई। ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई को अच्छे से कर सके।
अक्सर हर इंसान अपनी जिंदगी में कही तरह की परेशानियों का सामना करता हैं। लेकिन अंत में जीत वही हासिल करता हैं। जिसके इरादे बेहद पक्के होते हैं। आज ओझा सर जिन्होंने इतनी कामयाबी कठिन परिस्थितियों का सामना कर आज हासिल की है। जो आज बच्चो को अपने लक्ष्य के लिए मोटिवेट भी करते है और जिस तरह से उन्हीने अपने सपने को पूरा किया वो हर बच्चे के लिए प्रेरणा की बात हैं।
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